अस्वीकृत

Tekst
0
Recenzje
Przeczytaj fragment
Oznacz jako przeczytane
अस्वीकृत
Czcionka:Mniejsze АаWiększe Aa

Table of Contents

 अस्वीकृत(Untitled)समर्पण2 ली परिवार की असमंजस3 पिशाच हेंग5 क्या यह एक आदमी है? क्या यह चिड़िया है? नहीं! यह हेंग है!जब वह नींद से जागा तब ग्यारह बज चुके थे। उसने साफ पतलून पहन ली और अपने बालों में कंघी करने और अपने चेहरे में आए बदलावों की जाँच करने के लिए आईने के सामने गया। जब उसने आईने में देखा, तो उसे अपने जीवन का दूसरा सबसे बड़ा झटका लगा, क्योंकि वह "पारदर्शी" था। वह बिल्कुल अदृश्य नहीं था, क्योंकि उसके कुछ हिस्सों को आईने में देखा जा सकता था, लेकिन यह ऐसा था जैसे किसी के "धीरे-धीरे बहते पानी में अपने प्रतिबिंब को देखना और उसे अपने बिस्तर की झलक मिल रही थी, जो बिलकुल उसके पीछे था।"6 हेंग काम पर वापस जाता है7 हेंग अपने आहार का विस्तार करता है8 हेंग के प्रयोग9 घर आए मेहमान10 एक नया पारिवारिक व्यवसाय11 हिप्पी मार्ग12 मध्यांतर14 चमगादड़ समुदाय विकसित होता है15. पहली चमगादड़ परिषदशब्दावलीलेखक के बारे मेंबैंकॉक की टाइगर लिलीअध्याय 1: शनिवार की रात

1 अस्वीकृत

एक पिशाच परिवार की हास्यपूर्ण कहानी

लेखक

ओवेन जोंस

अनुवादक: मुमताज़ अज़ीज़ नाज़ाँ

कॉपीराइट ओवेन जोंस 15 मार्च, 2021

कॉपीराइट डिजाइन और पेटेंट अधिनियम 1988 की धारा 77 और 78 के अनुसार इस कार्य के अधिकार इसके लेखक के रूप में पहचाने जाने वाले ओवेन जोन्स के पास हैं। लेखक के नैतिक अधिकार सुरक्षित हैं।

कथा साहित्य के इस कार्य में, पात्र और घटनाएँ या तो लेखक की कल्पना की उपज हैं या उनका उपयोग पूरी तरह से काल्पनिक रूप से किया गया है। कुछ स्थान मौजूद हो सकते हैं, लेकिन घटनाएँ काल्पनिक हैं।

प्रकाशक

मेगन प्रकाशन सेवाएँ

https://meganthemisconception

2 समर्पण

यह पुस्तक मेरे दोस्तों लॉर्ड डेविड प्रोसेर और मरे ब्रोमली को समर्पित है, जिन्होंने मेरी और मेरे थाई परिवार की 2013 में इतनी मदद की है जो वे कभी महसूस भी नहीं करेंगे।

इस पुस्तक का अनुवाद योरूबा में अनुवाद करने तथा पाठ के संबंध में सुझाव देने के लिए एस॰ जे॰ अगबूला का भी धन्यवाद।

कर्म सभी का उधार हर तरह से चुकाएगा।

मुझसे संपर्क करें:

http://twitter.com/lekwilliams

owen@behind-the-smile.org

http://owencerijones.com

ओवेन जोन्स बुक्स तथा लेखन पर अंदर की सूचनाएँ

पाने के लिए अपनी ईमेल प्रविष्ट कर के

हमारे समाचार पत्र में सम्मिलित हों:

http://meganthemisconception.com

1 श्री ली की अवस्था

श्री ली या बूढ़ा ली, जिस नाम से उसे स्थानीय लोग जानते थे, हफ्तों से अजीब सा महसूस कर रहा था, और चूंकि स्थानीय समाज बहुत छोटा और अलग-थलग था, क्षेत्र का हर व्यक्ति उससे वाकिफ था। वह एक स्थानीय चिकित्सक के पास इसका समाधान खोजने गया, एक पुराने ढंग की चिकित्सक, कोई आधुनिक मेडिकल डॉक्टर नहीं, और उसने उसको बताया कि उसके शरीर का तापमान असंतुलित हो गया था, क्योंकि कोई चीज़ उसके रक्त को प्रभावित कर रही थी।

वह औरत, एक तांत्रिक, श्री ली की बुआ, वास्तव में अभी भी इसके कारण के बारे में बिलकुल विश्वास से कुछ नहीं कह सकती थी। लेकिन उसने वादा किया कि वह इसके बारे में चौबीस घंटे में पता लगा लेगी, बशर्ते कि उसको कुछ नमूने उपलब्ध कराये जाएँ और जब वह बुलाए तब वह वापस आए। उसने श्री ली को काई का एक गुच्छा और एक पत्थर दिया।

वह जानता था कि क्या करना है, क्योंकि वह इसे पहले भी कर चुका था, तो उसने काई पर पेशाब किया और पत्थर पर गहरी चोट करने के बाद उस पर थूक दिया। उसने श्रद्धा भाव से वे उसे वापस कर दिये, और इस सावधानी के साथ कि कहीं वह नंगे हाथों से छू कर उन्हें दूषित न कर दे, उस ने उन्हें अलग अलग केले की पत्तियों में लपेट दिया, ताकि उनकी नमी, जितनी देर तक हो सके, बनी रहे।

“उन्हें सड़ने और सूखने के लिए एक दिन का समय दो, फिर मैं उनका बारीकी से निरीक्षण करूंगी और पता लगाऊँगी कि तुम्हारे साथ समस्या क्या है।”

“धन्यवाद बुआ डा, मेरा मतलब है तांत्रिक डा। मैं आपके बुलावे का इंतज़ार करूंगा और जैसे ही आप मुझे बुलाएंगी, मैं हाजिर हो जाऊंगा।”

“तुम यहीं इंतज़ार करो, बेटे, अभी मैं ने बात खत्म नहीं की है।”

डा अपने पिछवाड़े की ओर गई और अलमारी से एक मिट्टी का मर्तबान उठाया। उसने उसे खोला, उसमें से दो घूंट भरे और आखिरी वाला बूढ़े ली पर थूक दिया। जब डा अपने देवताओं से प्रार्थना कर रही थी, श्री ली सोच रहे थे कि वह “पवित्रीकरण” के बारे में भूल गई है – उसे खुद पर किसी के थूकने से नफरत थी, खास कर के सड़े हुए दांतों वाली बूढ़ी औरतों के।

“जब तक हम तुम्हारा मामला सुलझा नहीं लेते, यह शराब की फुहार और प्रार्थना तुम्हें काबू में रखेगी।” उसने उसे भरोसा दिलाया।

तांत्रिक डा अपने चिकित्सकीय मंदिर की कच्ची ज़मीन से अपने पद्मासन से उठ खड़ी हुई, उसने अपनी बांह अपने भतीजे के गले में डाली, और सिगरेट को घुमाते हुए उसे साथ ले कर बाहर आ गई।

बाहर आ कर उसने उसे सुलगाया, एक गहरा कश लिया और धुएँ को अपने फेफड़ों में भरता हुआ महसूस किया।

“तुम्हारी वह बीवी और प्यारे बच्चे कैसे हैं?”

“ओह, वे ठीक हैं, बुआ डा, लेकिन मेरे स्वास्थ्य को लेकर थोड़े चिंतित हैं। मैं कुछ दिन से थोड़ा बीमार महसूस कर रहा हूँ और आप तो जानती ही हैं, मैं अपने पूरे जीवन में कभी बीमार नहीं पड़ा हूँ।”

“नहीं, हम ली लोग बहुत मजबूत होते हैं। तुम्हारे पिता, मेरे प्यारे भाई, भी अगर फ्लू से मर न गए होते, तो अब तक अच्छे-भले होते। वह भैंसे की तरह मजबूत थे। तुम चाहे जितनी कोशिश करो, लेकिन उसे कभी गोली नहीं लगी। मुझे लगता है, उसी चीज़ ने तुम्हें पकड़ लिया है, वही यांकी गोली।”

“श्री ली इससे पहले भी इससे हजारों बार दो-चार हुआ था, लेकिन वह बहस में जीत नहीं सकता था, तो उसने सिर्फ हाँ में सिर हिलाया, अपनी बुआ को एक पचास बहत का नोट दिया और अपने खेत में बने घर लौट आया, जो गाँव के बाहर वहाँ से कुछ सौ गज की दूरी पर ही था।”

वह पहले ही बेहतर महसूस कर रहा था, तो सब के सामने यह साबित करने के लिए वह जोशीली चाल से चला।

बूढ़ा ली अपनी बूढ़ी बुआ डा पर पूरा विश्वास करता था, जैसा कि उसके समाज में सभी लोग करते थे, यह एक छोटा सा गाँव था, जिसमें कुछ पाँच सौ मकान और गाँव के बाहर कुछ दर्जन खेत थे। जब वह छोटा बच्चा था, तभी उसकी बुआ डा ने गाँव के ओझा की जगह संभाल ली थी, और ऐसे कुछ दर्जन लोग ही रहे होंगे, जिन्हें उसके पहले वाले ओझा की याद होगी। उनके बीच उनका अपना कोई विश्वविद्यालय का डिग्री याफ़्ता डॉक्टर नहीं था।

ऐसा नहीं था कि किसी फिजीशियन तक गाँव वालों की पहुँच नहीं थी, लेकिन वे बहुत कम और बहुत दूर थे – सबसे पास का स्थायी डॉक्टर शहर में था,जो पिचहत्तर किलोमीटर दूर था और थाईलैंड के उत्तरपूर्वी कोने के शिखर पर मौजूद उस पहाड़ पर, जहां वे रहते थे, कोई बसें, टैक्सियाँ या ट्रेनें नहीं चलती थीं। इसके अलावा, डॉक्टर महंगे थे और महंगी दवाइयाँ लिखते थे, जिससे, हर किसी का मानना था कि वे मोटी दलाली कमाते थे। कुछ गावों के आगे जा कर भी एक दवाखाना था, लेकिन यहाँ केवल एक पूरे समय की नर्स और एक थोड़े समय काम करने वाला डॉक्टर था, जो वहाँ पखवाड़े में एक बार आता था।

श्री ली के जैसे गाँव वाले सोचते थे कि वे शायद अमीर शहरी लोगों के लिए अच्छे थे, लेकिन उनकी पसंद की कोई ज़्यादा अहमियत नहीं थी। कैसे एक किसान सारा दिन के लिए खेत के काम से छुट्टी ले कर और किसी को मय उसकी कार के किराये पर ले कर डॉक्टर से मिलने जा सकता था? और वह भी तब, जब किसी के पास कार होती, हालांकि वहाँ 10 किलोमीटर के दायरे में कुछ पुराने ट्रैक्टर ज़रूर थे।

नहीं, उसने सोचा, उसकी बुआ किसी के भी लिए काफी है और वही उसके लिए भी काफी है। और इसके अलावा, जब तक समय नहीं आ जाता था, वे किसी को मरने नहीं देती थीं और निश्चित रूप से उन्होंने किसी का खून नहीं किया था, कोई भी इस बात पर क़सम खा सकता था।

कोई भी।

श्री ली को अपनी बुआ पर बहुत गर्व था, और कुछ भी हो, वहाँ आसपास मीलों तक उनका कोई विकल्प भी नहीं था, और निश्चित रूप से उनके जैसा अनुभवी और कोई था भी नहीं – उनके जैसा….? हाँ तो, कोई भी नहीं जानता था की वास्तव में उनकी उम्र कितनी है, वह खुद भी नहीं, लेकिन शायद 90 वर्ष तक होगी।

श्री ली यही सब सोचते हुए घर के सामने के आँगन तक पहुँच गए थे। वह इस मामले पर अपनी बीवी से बात करना चाहते थे, क्योंकि हालांकि वह बाहरी दुनिया में अपने परिवार के बॉस के रूप में दिखाई देता था, जैसा कि हर दूसरे परिवार के साथ होता है, लेकिन वह केवल दिखावा था, क्योंकि वास्तव में, हर निर्णय पूरे परिवार द्वारा मिल कर या कम से कम सभी वयस्कों द्वारा लिया जाता था।

यह काफी महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि श्री ली पहले कभी ऐसे संकट में नहीं फंसे थे और उनके दो बच्चे, जो अब बच्चे बिलकुल नहीं रहे थे, उनको भी अपनी बात रखने की अनुमति मिलनी चाहिए थी। इतिहास बनने ही वाला था, और श्री ली को इसकी खूब खबर थी।

“मॅड” उसके पुकारा, उसका अपनी बीवी को दिया हुआ प्यार का नाम, तब से जब उनका पहला बच्चा ‘माँ’ कहना भी नहीं जानता था। “मॅड, क्या तुम वहाँ हो?”

“हाँ, मैं यहाँ पिछवाड़े में हूँ।”

ली ने कुछ पल उसके टॉइलेट से बाहर आने का इंतज़ार किया लेकिन घर के अंदर गर्मी और उमस थी, तो वह वापस बाहर के आँगन में आ गया और अपनी घास की छत वाली बड़ी सी पारिवारिक मेज़ पर बैठ गया, जहां पूरा परिवार खाना खाता था, और फुर्सत के समय बैठा करता था।

श्रीमती ली का असल नाम वान था, हालांकि उसका पति प्यार से उसे मॅड बुलाता था, जब से उसके बड़े बेटे ने उसे ऐसे बुलाया था, और यह नाम श्री ली की ज़ुबान पर चढ़ गया था, लेकिन उनके किसी बच्चे की ज़ुबान पर नहीं। वह बान नोई गाँव से आई थी, जहां से ली खुद भी था, लेकिन उसका परिवार और कहीं से नहीं था, जबकि मिस्टर ली का परिवार दो पीढ़ियों पहले चीन से आया था, हालांकि वह घरेलू शहर भी यहाँ से अधिक दूर नहीं था।

वह बिलकुल क्षेत्र की औरतों की जैसी थी। अपने दिनों में वह बहुत प्यारी लड़की थी, लेकिन उन दिनों लड़कियों को अधिक अवसर नहीं दिये जाते थे और न वे महत्वाकांक्षी होने की हिम्मत कर सकती थीं, न यह चीज़ बीस सालों बाद भी उसकी बेटी के बारे में अधिक बदली थी। श्रीमती ली ने स्कूल छोड़ने पर एक पति की तलाश की थी, इसलिए जब हेंग ली ने उसका हाथ मांगा था और उसके माता-पिता को अपने बैंक में मौजूद मुआवजे के पैसे दिखाए थे, तो उसने सोचा था कि वह किसी अन्य स्थानीय लड़के की तरह ही एक अच्छा रिश्ता है, जिनके उसे मिलने की संभावना थी। न तो उसे अपने दायरे को बढ़ाने के लिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भाग कर किसी बड़े शहर जाने की इच्छा थी।

 

वह भी अपने तरीके से हेंग ली से प्यार करने लगी थी, हालाँकि उसके छोटे से प्रेम जीवन में से गर्माहट काफी पहले ही विदा हो चुकी थी, और वह अपनी पारिवारिक कंपनी में पत्नी की तुलना में अब एक बिज़नेस पार्टनर के रूप में अधिक थी, जो उनके आपसी जीवन और उनके दो बच्चों के लिए समर्पित थी।

वान का कभी कोई प्रेमी नहीं था, हालांकि उसे अपने विवाह के पहले और बाद में प्रस्ताव तो काफी मिले। उस समय, वह नाराज हो गई थी, लेकिन अब जब वह अपने उन क्षणों को देखती थी, तो एक कोमलता अनुभव करती थी। ली उसका पहला और एकमात्र, और अब निश्चित रूप से उसका आखिरी प्यार था, लेकिन उसे इस बात का कोई पछतावा नहीं था।

अब उसका एकमात्र सपना अपने पोते-पोतियों को देखना और उनकी देखभाल करना था, जिन्हें उसके बच्चे निश्चित रूप से सही समय पर पैदा करते, हालांकि वह उन्हें नहीं चाहती थी, खासकर उसकी बेटी, जैसे उसने जल्दबाज़ी में शादी की थी। वह जानती थी कि उसके बच्चों को यदि वे सक्षम हुए तो बच्चे होने उतने ही निश्चित थे, जितना सूरज का पूर्व में निकलना। तो उनके बच्चे भी सुनिश्चित होंगे, क्योंकि वे सक्षम थे, क्योंकि यह उनके बुढ़ापे में अपने लिए कुछ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने और परिवार की स्थिति विकसित करने का एकमात्र तरीका था।

श्रीमती ली परिवार, हैसियत और प्रतिष्ठा की परवाह करती थी, लेकिन अब जो उसके पास था उसके अलावा उसे किसी और भौतिक चीज़ की कोई कामना नहीं थी। वह उन चीजों के बिना रहने की इतनी आदी हो चुकी थी की अब वे उसके लिए कोई मायने नहीं रखती थीं।

कम से कम कहने को उसके पास पहले से ही एक मोबाइल फोन और एक टेलिविजन था, लेकिन सिग्नल खराब आता था, और सिवा इस बात की प्रतीक्षा करने के, कि सरकार आसपास के स्थानीय ट्रांसमीटरों को बदले, जो अभी नहीं तो किसी न किसी दिन तो होना ही था, इस बारे में वह कुछ भी नहीं कर सकती थी। उसे कार नहीं चाहिए थी, क्योंकि वह कहीं जाना ही नहीं चाहती थी और इसके अलावा सड़कें भी कोई बहुत अच्छी नहीं थीं।

हालांकि बात सिर्फ इतनी सी ही नहीं थी, उसकी उम्र और उस जगह के लोग बरसों से कार को अपनी पहुँच से इतने बाहर की चीज़ समझते थे कि उन्होंने दहाईयों पहले उसकी कामना करना छोड़ दिया था। दूसरे शब्दों में, वह साइकिल और पुरानी मोटरसाइकिल से संतुष्ट थी, जिन्हें मिला कर उसके परिवार का परिवहन बेड़ा बनता था।

न तो श्रीमती ली को सोने और बढ़िया कपड़ों की चाहत रही थी, क्योंकि एक किसान की आमदनी में दो बच्चों की परवरिश की हक़ीक़त ने कई सालों पहले ही उसके दिल से यह चाहत निकाल दी थी। इस सब के बावजूद श्रीमती ली एक खुश औरत थी, जो अपने परिवार के साथ रहती थी, और जो भूल चुकी थी कि वह कौन है और कहाँ से है, जब तक कि बुद्ध उसे किसी दिन दोबारा घर आने का बुलावा न भेज दें।

श्री ली अपनी बीवी को अपनी ओर आते देख रहा था, वह अपने सरोंग के नीचे किसी चीज़ को व्यवस्थित करने का प्रयास कर रही थी, लेकिन बाहर से – कुछ था, जो सही बैठ नहीं रहा था, उसने मान लिया था, लेकिन कभी पूछा नहीं। वह मेज़ के किनारे पर बैठ गई और अपने पैरों को ऐसे झुलाने लगी जैसे कोई जलपरी डैनिश चट्टान पर बैठी हो।

“अच्छा, उस बूढ़ी डायन ने क्या कहा?”

“ओह, छोड़ो भी मॅड, वह इतनी बुरी भी नहीं है। अच्छा, तुम और वह इस पर कभी एक नहीं होते, लेकिन कभी-कभी यह ऐसे ही चलता है, नहीं? उसने कभी तुम्हारे बारे में कोई बुरी बात नहीं कही, क्यों? केवल तीस मिनट पहले वह तुम्हारे स्वास्थ्य के बारे में पूछ रही थी….और बच्चों के।”

“तुम भी कभी कभी कैसी मूर्खता की बातें करते हो, हेंग। जब उसके आसपास लोग उसे सुन रहे होते हैं तो वह मुझ से मेरे बारे में अच्छे से बात करती है, लेकिन जब कभी भी हम अकेले होते हैं, वह मुझसे कचरे के जैसा बर्ताव करती है, और हमेशा करती रही है। वह मुझसे नफरत करती है, लेकिन वह इतनी कुटिल है कि वह तुम्हें यह पता नहीं चलने देगी, क्योंकि वह जानती है कि तुम मेरा पक्ष लोगे, उसका नहीं। तुम मर्द लोग सोचते हो कि दुनिया में तुम्हीं सबसे बुद्धिमान हो, लेकिन तुम्हें इसकी खबर नहीं होती है कि तुम्हारी नाक के नीचे क्या चल रहा है।”

“उसने हर तरह की चीजों के लिए कई वर्षों से और कई बार हमेशा मुझे ही दोषी ठहराया है… जैसे कि घर साफ न रखना, बच्चों को नहीं नहलाना और एक बार तो उसने मुझसे यह तक कहा था कि मेरे भोजन में ऐसी गंध आती है, जैसे मैंने महक के लिए उसमें बकरी की लेंडी का इस्तेमाल किया हो!”

“बाह, तुम इसका आधा हिस्सा भी नहीं जानते हो, लेकिन तुम मुझ पर विश्वास नहीं करते, है ना, अपनी पत्नी पर? हां, तुम मुस्कुरा सकते हो, लेकिन मैं तुमको बता दूं, मेरे लिए पिछले तीस वर्षों का यह अनुभव बहुत मज़ेदार नहीं रहा है। वैसे, उस ने क्या कहा?”

“कुछ नहीं, सच में, उसने केवल जांच की, तो उसका वही पुराना ढंग है। तुम जानती हो, थोड़े शैवाल पर पेशाब करना, एक पत्थर पर थूकना और फिर उसका तुम पर अपने बूढ़े दांतों वाले मुंह से एल्कोहल की फुहार छोडना। मुझे उसके बारे में सोच कर ही झुरझुरी आ जाती है। उसने कहा कि वह मुझसे कल बात करेगी, तब वह मुझे इसका परिणाम बताएगी।

बच्चे कहाँ हैं? क्या इस पारिवारिक चर्चा में भाग लेने के लिए उन्हें यहाँ नहीं होना चाहिए था?”

“मुझे ऐसा नहीं लगता, सच में नहीं। आखिर हम अभी कुछ भी नहीं जानते हैं, है ना? या तुम्हें कुछ समझ में आ रहा है?”

“नहीं, सच में नहीं। मैं ने सोचा कि मुझे उस चीनी लड़की से मालिश करानी पड़ेगी….हो सकता है कि अगर मैं उससे मेरे साथ थोड़ा नरमी बरतने को कहूँ तो शायद उससे कुछ फायदा हो। उसने यह हुनर उत्तरी थाईलैंड में सीखा था और वह थोड़ी कठोर हो सकती है, है ना….जैसा वे कहते हैं। तुम जानती हो, खास कर के मेरे अंदर की बीमारी, जैसी है। हालांकि शायद थोड़ी नर्म रगड़ाहट से उसमें लाभ होगा….तुम्हें क्या लगता है मेरी जान?”

“हाँ, मैं जानती हूँ, नर्म रगड़ाहट से तुम्हारा क्या मतलब है। अगर ऐसा है, तो तुम अपने अंकल से ऐसा करने को क्यों नहीं कहते? एक जवान औरत का चुनाव क्यों करना?”

“तुम जानती हो कि क्यों, मुझे अपने ऊपर आदमियों के हाथ नहीं पसंद हैं, मैं यह पहले भी कह चुका हूँ, लेकिन ठीक है, अगर तुम्हें अच्छा नहीं लगता तो मैं मालिश नहीं कराऊंगा।”

“देखो, मैं यह नहीं कह रही कि तुम नहीं जा सकते! और अगर तुम जाना ही चाहते हो तो मैं तुम को किसी तरह रोक नहीं पाऊँगी! हालांकि, जैसा तुम ने कहा, लोग कहते हैं कि वह थोड़ी कठोर है, तो वह फायदे से अधिक नुकसान पहुंचा सकती है। मैं समझती हूँ कि वहाँ न जाना बुद्धिमानी होगी, जब तक हम तुम्हारी बुआ से कारण न जान लें, बस।”

“हाँ, ठीक है। शायद तुम ठीक कह रही हो। तुम ने बताया नहीं कि बच्चे कहाँ हैं?”

“मुझे सच में नहीं पता है, मुझे लगता है कि अब तक उन्हें वापस आ जाना चाहिए था….वे सप्ताहांत पर एक साथ किसी जन्मदिन की पार्टी में गए थे।”

ली के दो बच्चे थे, प्रत्येक का एक, और वे खुद को उनके लिए भाग्यशाली मानते थे, क्योंकि उनके बेटे के गर्भ में आने से पहले वे 10 साल तक गर्भाधान के लिए प्रयास करते रहे थे। वे अब बीस और सोलह साल के थे, तो श्री और श्रीमती ली ने अन्य बच्चों की उम्मीद पहले ही छोड़ दी थी।

उन्होंने काफी पहले ही प्रयास करना भी बंद कर दिया था।

हालांकि वे अच्छे, आदर करने वाले और आज्ञाकारी बच्चे थे और उन्होंने अपने माता पिता को गर्व महसूस कराया था, या कम से कम जो उनके माता-पिता उनके बारे में जानते थे, उसपर वे गर्व करते थे, क्योंकि वे भी अन्य शिष्ट बच्चों की तरह ही थे: नव्वे प्रतिशत अच्छे, लेकिन उत्पात भी कर सकते थे, और उनके गुप्त विचार भी थे, जिन्हें वह जानते थे कि उनके माता-पिता कभी स्वीकृत नहीं करेंगे।

कुमार ली, बेटा, डेन या छोटा ली, अभी अभी बीस वर्ष का हुआ था, और उसे स्कूल से निकले अभी दो साल हुए थे। वह अपनी बहन को पसंद करता था, उसका बचपन खुशहाल रहा था, लेकिन यह हक़ीक़त उस पर सुबह की तरह ज़ाहिर थी कि उसके पिता ने उसके लिए एक बहुत ही मुश्किल जीवन की योजना बनाई थी, ऐसा नहीं था कि उसने जीवन भर स्कूल के पहले और बाद में भी काम नहीं किया था। हालांकि, फुटबॉल और टेबल टेनिस के लिए वह समय निकाल लेता था और तब स्कूल में लड़कियां नाचती थीं।

यह अब समाप्त हो गया था और कभी-कभी उसके जीवन में यौनसंसर्ग की संभावनाएं बनी थीं। ऐसा नहीं था कि इस बारे में डींगें मारने के लिए बहुत कुछ था, सिर्फ कभी कोई चुंबन और यहां तक कि कभी-कभी एक दूसरे को टटोल लेना, लेकिन अब लगभग दो साल से वह भी नहीं था। अगर डेन को ज़रा भी अंदाज़ा होता कि वहाँ जा कर क्या करना है, तो वह तुरंत ही किसी शहर की ओर चला गया होता, लेकिन अक्सर सेक्स करने के अलावा उसकी और कोई भी महत्वाकांक्षा नहीं थी।

उसके हॉरमोन उसके अंदर इस हद तक तूफान उठाए थे कि कभी-कभी उसे बकरियाँ भी बहुत आकर्षक लगती थीं, उसकी चिंताओं का कोई अंत नहीं था।

अपने अंदर गहराई में कहीं उसे महसूस होता था कि यदि उसे किसी औरत से नियमित रिश्ता रखना है तो उसे शादी करनी पड़ेगी।

शादी, बच्चे पैदा करने की कीमत पर भी उसे आकर्षक लगने लगी थी।

कुमारी ली, जिसे अक्सर डिन के नाम से जाना जाता था, सोलह साल की बहुत ही प्यारी लड़की थी। जिसने गर्मियों में स्कूल छोड़ा था, उसने अपने भाई से दो साल कम पढ़ाई की थी, जो उनके क्षेत्र में काफी सामान्य बात थी। इसलिए नहीं कि उसका दिमाग कम उज्ज्वल था, बल्कि इसलिए कि माता-पिता और लड़की, दोनों मानते थे, कि वह अपना परिवार जितनी जल्दी शुरू करेगी, उतना ही अच्छा होगा। लड़की के लिए बीस वर्ष से कम उम्र में पति मिलना उम्र अधिक हो जाने की बनिस्बत आसान भी होता था। डिन ने अपनी माँ की आशंकाओं के बावजूद इस पारंपरिक ज्ञान को बिना कोई सवाल किए स्वीकार कर लिया था।

उसने भी अपने पूरे जीवन में स्कूल के पहले और बाद में काम किया था और संभवतः वह अपने भाई से अधिक मेहनती थी, हालांकि उसने कभी भी इस का एहसास नहीं किया, क्योंकि आसपास की हर जगह लड़कियां वस्तुतः बंधुआ मजदूर थीं।

हालांकि डिन की कुछ कल्पनाएँ थीं। वह रोमांटिक रिश्तों का सपना देखती थी, जिनमें उसका प्रेमी उसे भगा कर बैंकॉक ले जाता था, जहां वह डॉक्टर बन जाता था और वह अपनी सहेलियों के साथ पूरा दिन शॉपिंग में बिताती थी। उसके हॉरमोन भी उसे परेशान कर रहे थे, लेकिन उसकी स्थानीय संस्कृति उसे खुद से भी यह स्वीकार करने से रोकती थी। उसका पिता, भाई और यहाँ तक कि माँ भी अगर परिवार के बाहर के किसी भी लड़के से उसे मुसकुराते हुए भी देख लेते तो संभवतः उसे कहीं छुपा देते।

वह यह भी जानती थी, और उसने इसे भी बिना कोई सवाल किए स्वीकार कर लिया था।

अब उसकी एक पति की तलाश शुरू करने की योजना थी, एक ऐसा काम जिसके लिए उसकी माँ पहले ही सहायता का प्रस्ताव रख चुकी थी, क्योंकि दोनों ही ली महिलाएं जानती थीं कि परिवार के लिए कोई शर्मिंदगी का अवसर आने से पहले जितनी जल्दी से जल्दी हो सके, यह पूर्ण हो जाना चाहिए।

कुल मिला कर ली उस स्थान के अनुसार विशिष्ट परिवार था, और वे इसका खुशी खुशी निर्वहन कर रहे थे। भले ही उनके दोनों बच्चों ने बड़े शहर में भागने के सपने को पाला था, लेकिन वे स्थानीय अवरोधों के भीतर अपने जीवन के साथ आगे बढ़ रहे थे और उसे ही सही और उचित समझ रहे थे। समस्या यह थी कि सदियों से पहाड़ी लोक से बंधी महत्वाकांक्षा की कमी ने उन्हें काफी पीछे छोड़ दिया था, जो सरकार के लिए एक अच्छी बात थी, अन्यथा देश के सभी युवा बहुत पहले ही गाँव से ग़ायब हो कर बैंकॉक और वहां से विदेश चले गए होते, ताइवान और ओमान जैसे देश, जहां की बेहतर मजदूरी और कठोर सहकर्मी दबाव से मुक्ति आकर्षक थी।

हालांकि कई जवान लड़कियों ने बैंकॉक का दौरा किया था। उनमें से कुछ को शालीन नौकरी मिल गई थी, लेकिन कई का अंत बड़े शहरों के यौन उद्योग में जा कर हुआ था, जहां से कुछ को और आगे, यहाँ तक कि एशिया के बाहर भी भेज दिया जाता था। युवा लड़कियों को उस रास्ते पर ले जाने से रोकने के लिए इस बारे में कई डरावनी कहानियाँ प्रचलित थीं और उन्होंने डिन और उसकी माँ पर समान रूप से प्रभाव डाला था।

श्री ली को अपना जीवन पसंद था और अपने परिवार से प्यार था, हालांकि यह घर की सीमाओं के बाहर स्वीकार करने की चीज़ नहीं थी, और वह उन्हें किसी बीमारी के लिए खोना नहीं चाहता था जो कि उसमें तब बननी शुरू हुई होगी, जब वह अभी भी केवल एक बालक था।

बूढ़ा श्री ली (हालाँकि उसे पता था कि गाँव के कुछ कम सम्मान देने वाले युवा उसे बूढ़ा बकरा ली कहते थे) अपनी युवावस्था में एक आदर्शवादी था और उसने स्कूल से निकलते ही नॉर्थ वियतनाम की ओर से लड़ने के लिए अपना नाम दर्ज कराया था। वह ठीक लाओस के साथ लगी सीमा पर रहता था, जहां से उत्तरी वियतनाम बहुत दूर नहीं था, और वह उन बमों के बारे में जानता था जो अमेरिकियों ने वहां और लाओस पर गिराए थे और वह इसे रोकने के लिए अपनी शक्ति भर प्रयास करना चाहता था।

जैसे ही उन्होंने उसे सम्मिलित किया, वह साम्यवादी अभियान में शामिल हो गया था और युद्ध प्रशिक्षण के लिए वियतनाम चला गया था। जिन लोगों के साथ वह प्रशिक्षण ले रहा था, उनमें से कई उसके ही जैसे थे, चीनी मूल के, लेकिन विदेशी शक्तियों से तंग आकर अपने देशवासियों के भविष्य के लिए हस्तक्षेप करने को विवश। वह समझ नहीं पा रहा था कि हजारों मील दूर रहने वाले अमेरिकियों को परवाह क्यों थी कि दुनिया के उनके छोटे से हिस्से में सत्ता में कौन था। उसने कभी चिंता नहीं की थी कि वे किस राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।

हालांकि, जैसा कि भाग्य में था, उसे कभी भी गुस्से में गोली चलाने का मौका नहीं मिला, क्योंकि प्रशिक्षण शिविर से बाहर आने के पहले ही दिन, जब उसे शिविर से लड़ाई के क्षेत्र में ले जाया जा रहा था, वह एक अमेरिकी बम के छर्रे की चपेट में आ गया था। उसके घाव बहुत दर्दनाक थे, लेकिन जानलेवा नहीं थे, हालांकि वे उसे अस्पताल से बाहर निकलने के बाद सेना से बाहर निकालने के लिए पर्याप्त थे। उसे सबसे बड़ा टुकड़ा ऊपरी बाएँ पैर में लगा था, लेकिन कुछ छोटे-छोटे टुकड़े उसके पेट में भी लगे थे, जो अब उसे लग रहा था कि उसकी बेचैनी का स्रोत हो सकते थे। यह भी अफवाह थी कि उसे गोली मार दी गई थी।

वह एक खराब लंगड़ाहट और एक छोटा खेत खरीदने के लिए पर्याप्त मुआवजे के साथ घर लौटा था, लेकिन क्योंकि उसका पैर खराब हो गया था, इसलिए इसके बजाय उसने एक खेत और बकरियों का झुंड खरीदा था और उनका प्रजनन करा कर उन्हें बेचने लगा था। उसकी वापसी के एक साल के भीतर, उसका पैर उतना ही अच्छा हो गया, जितना कि वह पहले कभी था और उसने एक सुंदर स्थानीय लड़की से शादी कर ली थी, जिसे वह जानता था और अपने पूरे जीवन काल में उसका प्रशंसक रहा था। वह भी एक किसान पृष्ठभूमि से थी, और वह एक खुशहाल, लेकिन अल्प अस्तित्व में आकर बस गई।

तब से रविवार को छोड़कर, सप्ताह के हर दिन, श्री ली अपने झुंड को चराने के लिए ऊपरी ज़मीनों पर ले जाता था, और गर्मियों में, वह वहां अक्सर एक पड़ाव में रात गुजारता, जो उसने यहाँ वहाँ बना रखे थे, जिसे बनाना उसने सेना में सीखा था। वह उस समय को अच्छे दिनों की तरह उदासी के साथ याद करता था, जैसे खुशहाल दिन, हालाँकि उस समय उसने उन्हें ऐसा नहीं समझा होगा।

 

पहाड़ों में केवल पुरुषों को छोड़कर और कोई भी शिकारी नहीं था, क्योंकि सभी बाघों को चीनी दवा उद्योग में उपयोग के लिए बहुत पहले ही मार दिया गया था। श्री ली की उस बारे में मिश्रित भावनाएँ थीं। एक ओर वह जानता था कि यह एक शर्म की बात है, लेकिन दूसरी तरफ वह हर रात अपनी बकरियों को बाघों के झपट्टे से बचाने का इच्छुक नहीं था। अब हफ्ता पंद्रह दिन से बीमारी ने उसे घर बैठा दिया था, लेकिन वह लगभग तीस वर्षों तक एक चरवाहा रहा था, इसलिए वह पहाड़ों को उतनी ही अच्छी तरह जानता था, जितनी अच्छी तरह ज्यादातर लोग अपने स्थानीय पार्क को जानते थे।

वह जानता था कि बारूदी सुरंगों और कुचला सत, जो सत्तर के दशक में अमेरिकियों ने वहाँ गिराए थे, से बचने के लिए किस क्षेत्र से बच कर निकला जाए, और वह जानता था कि किन क्षेत्रों को साफ किया जा चुका था, हालांकि सैपर से एक या दो स्थान चूक गए थे, जिनमें से एक उसकी बकरियों ने अभी केवल महीना भर पहले ही खोजा था। यह उसके लिए शर्म की बात थी, हालांकि उसका मृत शरीर बेकार नहीं गया था और उसका अंत जल्दी ही आ गया था, जब एक लुढ़कते हुए पत्थर ने एक बारूदी सुरंग को ट्रिगर किया था और आकाश की ओर उड़ा दिया था, जिसके साथ उसका सिर भी साफ हो गया था।

उसके शव को घर ले जाने के लिए दूरी काफी अधिक थी, इसलिए श्री ली ने कुछ दिन पहाड़ों में उसको खाते हुए बिताए, जबकि उनका परिवार खेत में उनके बारे में चिंतित था।

श्री ली एक संतुष्ट व्यक्ति थे। उन्होंने अपने काम और बाहरी जीवन का आनंद लिया, और उन्होंने लंबे समय तक इस तथ्य के साथ सामंजस्य बिठाया कि वह कभी अमीर नहीं होंगे या फिर कभी विदेश नहीं जाएंगे। इस कारण से, वह और उसकी पत्नी अब केवल दो बच्चे होने से खुश थे। वह उन दोनों को समान रूप से प्यार करता था और उनके अच्छे भविष्य की कामना करता था, लेकिन वह इस बात से भी खुश था कि उन्होंने स्कूल छोड़ दिया था जिससे वे खेत पर पूरा समय काम कर सकते थे, जहां उनकी पत्नी जड़ी-बूटियां और सब्जियां उगाती थी और तीन सूअर और कुछ दर्जन मुर्गियां रखे थी।

श्री ली सोचते थे कि अतिरिक्त मदद से वह अपने खेत का कितना विस्तार कर सकते हैं। शायद वे एक दर्जन और मुर्गियों, कुछ अतिरिक्त सूअरों और शायद मीठे भुट्टे के खेत उगा सकते थे।

वह अपनी दिवास्वप्न से जाग गया, “क्या होगा अगर यह कोई गंभीर बात हुई, मॅड?” मैंने पहले इसका उल्लेख नहीं किया था, लेकिन मैं इस सप्ताह दो बार बेहोश हुआ और दो या तीन बार इसके पास आया।”

“तुमने मुझे यह पहले क्यों नहीं बताया?”

“बस, तुम जानती हो, मैं नहीं चाहता था कि तुम चिंता करो और तुम इसके बारे में कुछ कर भी नहीं सकती, है ना?”

“नहीं, व्यक्तिगत रूप से नहीं, लेकिन मैं तुमको पहले तुम्हारी बुआ के पास ले गई थी और शायद तुमको एक मेडिकल डॉक्टर को दिखाने की कोशिश करती।”

“अ, तुम मुझे जानती हो, मॅड। मैंने कहूँगा, इतने सारे पैसे खर्च करने से पहले, चलो इंतजार करते हैं कि बुआ क्या कहती है। मुझे मानना होगा कि मुझे कभी-कभी बेहद अजीब महसूस होता है और मैं इस बात से थोड़ा डर गया हूं कि बुआ कल क्या कहेंगी।”

“हाँ, मैं भी। क्या तुम सच में इतना बुरा महसूस करते हो?”

“कभी-कभी, लेकिन मुझमें अब कोई ऊर्जा बाक़ी नहीं बची है। मैं बकरियों के साथ दौड़ने और कूदने में सक्षम हुआ करता था, लेकिन अब मैं बस उन्हें देखने से भी थक जाता हूं!

“कुछ तो है, मुझे यकीन है।”

“देखो, पा,” जो उसका अकल्पनीय प्यार का नाम था, जिसका मतलब थाई में ‘डैड’ था, “बच्चे गेट पर हैं। क्या तुम उन्हें अभी यह बताना चाहते हो?”

“नहीं, तुम सही हो, उन्हें अभी से चिंता में क्यों डालें, लेकिन मुझे लगता है कि बुआ मेरे लिए कल दोपहर को बुलावा भेजेगी, इसलिए उन्हें बता दो कि हम चाय के समय एक पारिवारिक बैठक कर रहे हैं और उन्हें वहाँ रहना होगा।”

मुझे लगता है कि मुझे बिस्तर पर जाना चाहिए, मुझे फिर से थकान महसूस हो रही है। बुआ के थूक ने मुझे कुछ समय के लिए राहत दी थी, लेकिन इसको काफी समय हो गया। उन्हें बता दो कि मैं ठीक हूँ, लेकिन डेन से कहो कि कल मेरी खातिर बकरियों को बाहर ले जाए, क्या तुम कह दोगी? उसे उन्हें ज़्यादा दूर ले जाने की आवश्यकता नहीं है, केवल नीचे धारा के पास तक, ताकि वे नदी के कुछ शैवाल खा सकें और पानी पी सकें….. इससे एक या दो दिन तक उन्हें तकलीफ नहीं होगी।

जब तुम्हें दस मिनट का समय मिले तो क्या तुम मेरे लिए अपनी विशेष चाय बना दोगी, प्लीज़? वही अदरक, सौंफ और बाक़ी…..वह मुझे थोड़ी ताकत देगी…. ओह, और कुछ खरबूजे या सूरजमुखी के बीज….शायद तुम डिन से उन्हें मेरे लिए कूटने को कह सकती हो?

“एक मग सूप के बारे में क्या खयाल है? यह तुम्हें पसंद है…..”

“हाँ ठीक है, लेकिन अगर मैं सो जाऊँ तो बस इसे मेज़ पर रख देना और मैं इसे बाद में ठंडा पी लूँगा।”

“हैलो बच्चों, आज मैं जल्दी सोने जा रहा हूँ, लेकिन मैं नहीं चाहता कि तुम चिंता करो, मैं ठीक हूँ। तुम्हारी माँ तुम्हें सारा विवरण बता देगी। मुझे लगता है, मुझे बस किसी तरह का संक्रमण हो गया है। सब को शुभ रात्रि”

शुभ रात्रि पा, उन सबने जवाब दिया। डिन विशेष रूप से चिंतित दिखी क्योंकि उन्होंने पहले बेचैनी से श्री ली के पीछे हटने को और फिर एक दूसरे को देखा।

जब श्री ली शांत अंधेरे में वहां पड़े थे, उन्होंने महसूस किया कि उनके बगल और भी अधिक धड़क रहे हैं, जैसे कि एक सड़ा हुआ दांत हमेशा रात में बिस्तर पर अधिक परेशान करने लगता है, लेकिन वह इतना थका हुआ था कि इससे पहले कि उसके लिए चाय, सूप और बीज लाए जाते, वह सो चुका था।

बाहर, बड़ी मेज पर, हल्की रोशनी में, शेष छोटे परिवार ने श्री ली की अवस्था पर कर्कश स्वरों में चर्चा की, यह एक तथ्य था कि अगर वे ज़ोर से भी बोलते तो भी कोई उन्हें सुन नहीं पाता।

“क्या पा मरने वाले हैं, माँ?” डिन ने लगभग आँसू भर के पूछा।

“नहीं, प्रिय, बिल्कुल नहीं,” उसने जवाब दिया, “कम से कम… मुझे ऐसा नहीं लगता।”